झारखंड मुठभेड़ में ₹1 करोड़ के इनामी माओवादी समेत तीन ढेर

झारखंड के हजारीबाग जिले में सोमवार को पुलिस और सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में माओवादी विद्रोह को बड़ा झटका लगा। एक करोड़ रुपये के इनामी शीर्ष नेता सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश समेत तीन माओवादी मारे गए। यह मुठभेड़ बोकारो-गिरिडीह सीमा के पास गिरहोर थाना क्षेत्र के पानीतिरी जंगल में सुबह करीब छह बजे हुई। सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के बाद सोरेन और दो अन्य माओवादियों के शव बरामद किए। अधिकारियों के अनुसार, कोबरा कमांडो और गिरिडीह व हजारीबाग पुलिस की एक संयुक्त टीम ने सोरेन के नेतृत्व वाले भाकपा (माओवादी) समूह का सामना किया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने कहा कि 209 कोबरा और स्थानीय पुलिस के जवानों ने एक अभियान शुरू किया, जिसके दौरान “सैनिकों और माओवादियों के बीच गोलीबारी हुई। जवानों ने तीन माओवादियों को मार गिराया और तीन एके-47 राइफलें बरामद कीं।” सीआरपीएफ ने अभियान में मारे गए लोगों की पहचान की पुष्टि की है। सहदेव सोरेन केंद्रीय समिति का सदस्य था जिसके सिर पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। रघुनाथ हेम्ब्रम विशेष क्षेत्र समिति का सदस्य था जिसके सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था, जबकि वीरसेन गंझू क्षेत्रीय समिति का सदस्य था जिसके सिर पर 10 लाख रुपये का इनाम था। तीनों को मार गिराया गया। अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान किसी सुरक्षाकर्मी के घायल होने की खबर नहीं है। शेष माओवादी कैडरों का पता लगाने के लिए इलाके में तलाशी अभी भी जारी है। माओवादियों के खिलाफ अपने गहन अभियान के तहत पिछले कुछ दिनों में झारखंड पुलिस के लिए यह मुठभेड़ दूसरी बड़ी सफलता है। रविवार को सुरक्षा बलों ने पलामू जिले में एक मुठभेड़ में 5 लाख रुपये के इनामी माओवादी को मार गिराया और मौके से एक इंसास राइफल बरामद की। मारे गए माओवादी की पहचान मुखदेव उर्फ मुकेश यादव के रूप में हुई है। वह प्रतिबंधित तृतीया सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) का सदस्य था पुलिस ने बताया कि वह टीएसपीसी के शशिकांत गिरोह से जुड़ा था और कई वर्षों से पलामू और आसपास के जिलों में सक्रिय था तथा कई माओवादी और आपराधिक घटनाओं में शामिल था।